Sunday, November 7, 2010

यादें ....

यादें ....उफ्फ ये यादें । ज़िन्दगी भर का दर्द ...और गम । कभी दिन के उजालें में तो कभी रात के अन्धेरें में । कभी मेले में तो कभी वीराने में हलचल ...
उफ्फ ये यादें .....मानो जीवन भर साथ निभाने का ठेका ले रखा है ।

10 comments:

  1. उफ्फ ये यादें .....मानो जीवन भर साथ निभाने का ठेका ले रखा है ।


    sundar

    http://sanjaykuamr.blogspot.com/

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  2. मानो जीवन भर साथ निभाने का ठेका ले रखा है ,सुंदर अभिव्यक्ति , बधाई

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  3. सुन्दर अभिव्यक्ति। आभार।

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  4. बहुत ही सुंदर .... एक एक पंक्तियों ने मन को छू लिया ...

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  5. यादें ही तो हैं जो सच्ची दोस्त हैं ...दोस्त भले ही चले जाएँ ये हमेशा साथ रहती हैं ...बहुत सुंदर ... आभार

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  6. Yaaden hee to hain,jo jeevan bhar saath nibhatee hain! Bahut sundar!

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  7. Chaliye yaado ne apko is blog ki yaad dilayi..aap to gayab hi ho gaye the...gud to c u again.. nw keep updating ur blog..

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  8. वो यादें ही क्या जो याद ना रहें
    जिनकी कसक दिल के साथ
    सुबह शाम ना रहे

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  9. सुंदर अभिव्यक्ति , बधाई

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  10. बहुत सुन्दर और मार्मिक अभिव्यक्ति।

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