Sunday, November 1, 2009

सब सपना ..

ठंडी हवा
एक महक
कुछ बातें
ये नजारें
पर्वत ,
नदियाँ
सब सपना
और कुछ नही

2 comments:

  1. बहुत खूब लिखा है आपने! आखिर हम सब सपना देखते हैं और एक न एक दिन वो हकीकत बनकर हमारे सामने आता है!

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  2. ये जीवन भी तो इक सपना ही है ..........खूब लिखा है आपने....

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