Monday, March 17, 2014

गाँव में पहले एक गाना भी सुनने को मिल जाता था.…. “राम जी की चिरिया, रामजी का खेत।। खाय ले चिरिया, भर-भर पेट।। अब यह गाना कहीं भी सुनने को नहीं मिलता। सच!! कितना बदल गया सबकुछ …

6 comments:

  1. बदल्ते समय के साथ सबकुछ बदलना है ... जितना जल्दी अपना सकें उतना अच्छा है ...

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  2. यक़ीनन बदल तो गया है .....

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  3. गाँव का भी हर रंग धीरे धीरे बदलता जा रहा है.

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  4. kam va saral shabdo mai - ek atulniy post-****

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  5. अब गाँव भी फिल्मी गीत का शौकीन हो गया है ।

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