Sunday, December 18, 2011

भरोसे का प्रतिक

पार्क में देखा.... पति पत्नी एक दुसरे का हाथ पकड़कर चल रहे थे । डेली का उनका रूटीन था । जान पहचान वाले थे । एक दिन उनके घर जाने पर कारण पूछ ही लिया । पत्नी बोली ...साथी का हाथ पकड़ कर चलना भरोसे का प्रतिक और विश्वास का नाम है । यह हम दोनों को हमसफ़र होने की याद दिलाता है ।

4 comments:

  1. बहुत सुंदर .............

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  2. साथी हाथ बढ़ाना,
    साथी हाथ बढ़ाना
    एक अकेला थक जायेगा,
    मिल कर बोझ उठाना.

    सुन्दर शिक्षाप्रद प्रस्तुति.

    नववर्ष की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.

    मेरे ब्लॉग पर आईयेगा mark rai जी.

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