आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं
क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या ?
प्यारी चीज थी तो क्या हुआ ..
अब तो रहा नहीं ,
उस प्यार का लोभ...
अब तो छोड़ दो !
Tuesday, April 28, 2009
एक मोमबती
एक मोमबती हाथ में । जिंदगी की सबसे बड़ी जित है । मन में बसे डर के खिलाफ मोर्चा खोले हुए ..... एक मोमबती । मन के अंधेरे को नेपथ्य में धकेल दिया ..... एक मोमबती । बुझ गई तो मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी हार होगी ।
मोमबत्ती को पानी और हवा से बचाकर रखो। जलती रहेगी। यदि बुझ भी जाये तो किसी दोस्त को कह देना, वो फिर से जला जायेगा।
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