आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या ? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ .. अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ... अब तो छोड़ दो !
Sundar-si,chhoti-si rachana!
thode shabdon me bade bhav.. ati sundar !
वक़्त पर सब इम्तिहान लेते हैं..... आसूं कैसे पीछे रहते..... बहुत सुंदर
दर्द की सुन्दर दास्ताँ । दिल को छू गई ।
सच है ये आँसू बेवफा होते हैं ... मौके पर धोखा दे जाते हैं ...
वाह, कम शब्दों में बहुत गहरी बात कह दी आपने।
dhokha nahi, bas jata gaye ... dard rone se kam nahi hoga
वसन्त की आप को हार्दिक शुभकामनायें !
bahot Gahrai hai Shabdome......mere anya 2 blog padhe aur sarahe to achha lagega
Sundar-si,chhoti-si rachana!
ReplyDeletethode shabdon me bade bhav..
ReplyDeleteati sundar !
वक़्त पर सब इम्तिहान लेते हैं..... आसूं कैसे पीछे रहते..... बहुत सुंदर
ReplyDeleteदर्द की सुन्दर दास्ताँ । दिल को छू गई ।
ReplyDeleteसच है ये आँसू बेवफा होते हैं ... मौके पर धोखा दे जाते हैं ...
ReplyDeleteवाह,
ReplyDeleteकम शब्दों में बहुत गहरी बात कह दी आपने।
dhokha nahi, bas jata gaye ... dard rone se kam nahi hoga
ReplyDeleteवसन्त की आप को हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeletebahot Gahrai hai Shabdome......
ReplyDeletemere anya 2 blog padhe aur sarahe to achha lagega