आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या ? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ .. अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ... अब तो छोड़ दो !
बहुत खूब लिखा है आपने! आखिर हम सब सपना देखते हैं और एक न एक दिन वो हकीकत बनकर हमारे सामने आता है!
ये जीवन भी तो इक सपना ही है ..........खूब लिखा है आपने....
बहुत खूब लिखा है आपने! आखिर हम सब सपना देखते हैं और एक न एक दिन वो हकीकत बनकर हमारे सामने आता है!
ReplyDeleteये जीवन भी तो इक सपना ही है ..........खूब लिखा है आपने....
ReplyDelete