पार्क में देखा.... पति पत्नी एक दुसरे का हाथ पकड़कर चल रहे थे । डेली का उनका रूटीन था । जान पहचान वाले थे । एक दिन उनके घर जाने पर कारण पूछ ही लिया । पत्नी बोली ...साथी का हाथ पकड़ कर चलना भरोसे का प्रतिक और विश्वास का नाम है । यह हम दोनों को हमसफ़र होने की याद दिलाता है ।
बहुत सुंदर .............
ReplyDeleteबड़ी अच्छी बात ....
ReplyDeleteBada pyara-sa sandesh hai!
ReplyDeleteसाथी हाथ बढ़ाना,
ReplyDeleteसाथी हाथ बढ़ाना
एक अकेला थक जायेगा,
मिल कर बोझ उठाना.
सुन्दर शिक्षाप्रद प्रस्तुति.
नववर्ष की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा mark rai जी.