आशा के पर लग गए और तुम अभी उड़े नहीं क़यामत का इन्तजार कर रहे क्या ? प्यारी चीज थी तो क्या हुआ .. अब तो रहा नहीं , उस प्यार का लोभ... अब तो छोड़ दो !
अभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीं ,आगे अभी सारा आसमान बाकी हैमन में उत्साह संचरित करने वाली पंक्तियां।
बहुत खूब .. इस आस्मां को पाना है ... लाजवाब ....
अभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीं ,
ReplyDeleteआगे अभी सारा आसमान बाकी है
मन में उत्साह संचरित करने वाली पंक्तियां।
बहुत खूब .. इस आस्मां को पाना है ... लाजवाब ....
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